थायराइड का बेस्ट इलाज हैं ये योगासन

आज की भाग दौड़ भरी जिंदगी व्यक्ति ने अपने स्वास्थ्य ध्यान देना बिल्कुल बंद कर दिया। ऐसे में वह कई बीमारियों का शिकार हो जाता है। जब तक वह इन सब पर ध्यान देता है तब उसे दवाओं पर निर्भर होना पड़ता है। इनमें से कुछ रोग ऐसे भी जिसमें व्यक्ति को सारी जिंदगी दवाई का सहारा लेना पड़ता है। इनमें एक बीमारी है जिसकी समस्या बढ़ती जा रही है और वह बीमारी है थायराइड (Thyroid)। थायराइड (Thyroid) दो के प्रकार के होते हैं।

हाईपोथायरायडिजम की समस्या में व्यक्ति को बहुत ज्यादा कमजोरी और थकान होती है। साथ ही उसे वज़न बढ़ने की भी शिकायत रहती है। व्यक्ति को ठंड बर्दाश्त नहीं हो पाती है। इसके अलावा उसके बाल भी काफी सूखे और कमजोर हो जाते हैं। याददाश्त की बात करें, तो इंसान को इससे संबंधित भी कई समस्याएं रहती हैं। व्यक्ति छोटी-छोटी बात पर चिड़चिड़ा हो जाता है। वह अवसाद से भर जाता है। इसमें ज़्यादा कोलेस्ट्रोल होने और दिल की धड़कन कम होने की शिकायत रहती है। कई बार तो व्यक्ति इसमें कब्ज रहने से भी परेशान रहता है।

हायपरथाइरायडिज्म में व्यक्ति का वज़न कम होने लगता है। उसे गर्मी बर्दाश्त न होने की शिकायत रहती है। पेट में बार-बार गड़बड़ी होना, अचानक से कंपकंपी आना, घबराहट और चिड़चिड़ापन रहना जैसी कई चीज़ें व्यक्ति के साथ होने लगती हैं। थाइरॉयड ग्रंथि इस समस्या में बढ़ जाती है। साथ ही इसमें नींद में भी गड़बड़ी रहती है। इसके अलावा व्यक्ति इसमें खुद को थकावट से भरा महसूस करता है।

हालांकि योगासन (Yogasan) करने से आप थायराइड (Thyroid) का इलाज कर सकते हैं। योग (Yoga) में न केवल बीमारी (treatment) का उपचार किया जाता है, बल्कि उसके लक्षण व कोई अन्य बीमारी होने की संभवना को भी ठीक किया जाता है। लक्षणों (Symptoms) को दबाने की बजाय, योग (Yoga) समस्या के अंदरूनी कारण को भी ठीक कर सकता है। इसलिए योग गुरु सुनील सिंह (Sunil Singh) ने कुछ योगासन (Yogasan) के बारे में बताया है, जिनकी मदद से आप थायराइड (Thyroid) का इलाज कर सकते हैं। आइए जानते हैं थायराइड  के लिए योगासन (Yogasan for Thyroid) के बारे में...

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